Who is Ranya Rao: बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 14.8 किलोग्राम सोने की तस्करी में पकड़ी गई अभिनेत्री

Ranya Rao दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की एक अभिनेत्री हैं, जिन्होंने 2014 में कन्नड़ सुपरस्टार सुदीप के साथ फिल्म माणिक्या से अपनी पहचान बनाई थी। इस फिल्म में उनके अभिनय को काफी सराहा गया और इसके बाद उन्होंने पटाखी (2017) और तमिल फिल्म वाघा (2016) जैसी फिल्मों में भी काम किया। हालांकि, बीते कुछ वर्षों में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी, और अब वह सोने की तस्करी के एक हाई-प्रोफाइल मामले में गिरफ्तार होने के कारण चर्चा में हैं।

Who is Ranya Rao

सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी (Ranya Rao)

डायरेक्टरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने सोमवार देर रात बेंगलुरु के केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रान्या राव को गिरफ्तार किया। उन पर 14.8 किलोग्राम सोना भारत में तस्करी करने का आरोप है। अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर उनकी तलाशी ली, जिसमें उनके शरीर पर विशेष रूप से डिजाइन की गई बेल्ट में छुपाया गया सोना मिला। इसके अलावा, उनके कपड़ों में भी 800 ग्राम सोने के आभूषण छिपे हुए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रान्या पिछले 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा कर चुकी थीं, जिससे जांच एजेंसियों का ध्यान उनकी ओर गया। इतनी बार विदेश यात्रा करने की वजह से डीआरआई ने उन पर नज़र रखना शुरू किया और जैसे ही वह भारत लौटीं, उन्हें हिरासत में ले लिया गया।

कैसे आईं शक के दायरे में? (Ranya Rao)

भारत में सोने की तस्करी के मामलों में अकसर दुबई का नाम सामने आता है, क्योंकि वहां सोने पर कर कम लगता है और इसे भारत लाकर अवैध रूप से ऊंची कीमतों पर बेचा जाता है। जब डीआरआई अधिकारियों ने यह पाया कि रान्या राव ने सिर्फ 15 दिनों के अंदर चार बार दुबई की यात्रा की है, तो उन्हें संदेह हुआ।

कस्टम अधिकारियों का कहना है कि इतनी बार विदेश यात्रा करने का कोई ठोस कारण नहीं था और उनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। इस वजह से अधिकारियों ने उनकी यात्रा पर निगरानी रखनी शुरू की। जब वह सोमवार को दुबई से लौटीं, तो हवाई अड्डे पर पहले से तैयार टीम ने उन्हें रोक लिया और तलाशी के बाद भारी मात्रा में सोना बरामद किया।

DRI की कार्रवाई और कोर्ट में पेशी (Ranya Rao)

गिरफ्तारी के तुरंत बाद Ranya Rao को आर्थिक अपराधों के विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या वह अकेले इस तस्करी में शामिल थीं या फिर किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह का हिस्सा थीं।

जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या रान्या पहले भी तस्करी में शामिल रही हैं या यह उनका पहला प्रयास था। अगर यह साबित होता है कि वह पहले भी इस प्रकार के अपराध में शामिल रही हैं, तो उनके खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

क्या पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश की? (Ranya Rao)

रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तारी के तुरंत बाद रान्या राव ने खुद को कर्नाटक पुलिस के डीजीपी की बेटी बताकर बचने की कोशिश की। उन्होंने स्थानीय पुलिस से मदद मांगी और दावा किया कि वह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के. रामचंद्र राव की बेटी हैं।

हालांकि, डीजीपी रामचंद्र राव ने इस मामले से खुद को पूरी तरह अलग कर लिया और कहा कि रान्या राव उनकी सौतेली बेटी हैं और शादी के बाद से उन्होंने परिवार से कोई संपर्क नहीं रखा था। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में किसी भी तरह की दखल नहीं देंगे और कानून को अपना काम करने देंगे।

क्या जबरन तस्करी के लिए मजबूर किया गया था? (Ranya Rao)

Ranya Rao ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वह इस तस्करी में स्वेच्छा से शामिल नहीं थीं, बल्कि उन्हें मजबूर किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी थी, जिसके चलते उन्होंने सोने की तस्करी करने का फैसला किया।

हालांकि, जांच एजेंसियां उनके इस बयान को संदेह की नजर से देख रही हैं। आमतौर पर तस्कर गिरफ्तार होने के बाद खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करते हैं, इसलिए अधिकारियों को यह पता लगाना होगा कि उनका दावा कितना सच है।

बेंगलुरु एयरपोर्ट से तस्करी का नेटवर्क?

डीआरआई अधिकारियों का मानना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक संगठित तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस नेटवर्क में कोई पुलिसकर्मी, हवाई अड्डे का कर्मचारी, या अन्य अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने रान्या की आवाजाही को आसान बनाने में मदद की हो।

बेंगलुरु हवाई अड्डे को पहले भी तस्करी के मामलों में देखा गया है। पिछले कुछ वर्षों में कई बार सोने की तस्करी के मामले यहां सामने आए हैं। अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं यह भी किसी बड़े रैकेट का हिस्सा तो नहीं था।

Ranya Rao का फिल्मी सफर

Ranya Rao ने 2014 में कन्नड़ फिल्म माणिक्या से अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में उनके साथ कन्नड़ सिनेमा के सुपरस्टार सुदीप थे। इस फिल्म की सफलता के बाद उन्हें तमिल फिल्म वाघा और कन्नड़ फिल्म पटाखी में काम करने का मौका मिला।

हालाँकि, बीते कुछ वर्षों में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी और किसी बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बनीं। उनका अचानक तस्करी के मामले में गिरफ्तार होना फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका है।

आगे की जांच और संभावित सजा

अगर जांच में यह साबित होता है कि रान्या राव जानबूझकर इस तस्करी में शामिल थीं, तो उन्हें कड़े कानूनी परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। भारत में सोने की तस्करी से जुड़े मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान है, जिसमें लंबी कैद और भारी जुर्माना शामिल हो सकता है।

इसके अलावा, अगर यह साबित होता है कि वह किसी बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा थीं, तो उनके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। जांच एजेंसियां अब उन सभी लोगों को भी ट्रैक कर रही हैं, जिनके साथ रान्या का संपर्क रहा है।

Who is Ranya Rao

निष्कर्ष

Ranya Rao का यह मामला कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक बड़ा झटका है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि संगठित तस्करी रैकेट कितनी गहराई तक फैला हुआ है और इसमें मशहूर हस्तियां भी शामिल हो सकती हैं।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच आगे क्या खुलासा करती है और इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है। क्या रान्या राव का दावा सही साबित होगा, या वह वास्तव में सोने की तस्करी में शामिल थीं? इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

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