Budget 2025 Share Market Impact Highlights: सेंसेक्स, निफ्टी 50 उच्च उतार-चढ़ाव के बीच सपाट बंद; एफएमसीजी, रियल्टी शेयरों में तेजी

(Share Market) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 सेंसेक्स स्टॉक्स में पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने सबसे अधिक 2.66% की बढ़त के साथ ₹260.80 पर कारोबार किया। इसके बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.65% की वृद्धि के साथ ₹2683.40 पर और HCL टेक्नोलॉजीज 1.57% बढ़कर ₹1560 पर ट्रेड कर रहा था।

Budget 2025 Share Market Impact Highlights

वहीं, HCL टेक्नोलॉजीज पिछले सत्र के खुलने पर 2.47% गिरकर ₹1,534.05 पर पहुंच गया था।

इसके अतिरिक्त, इन्फोसिस, टीसीएस और विप्रो जैसी बड़ी IT कंपनियों में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिला, जिससे निफ्टी IT इंडेक्स को मजबूती मिली। इसी प्रकार, अडानी ग्रुप की कंपनियों ने भी मजबूती दिखाई, खासतौर पर अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी पोर्ट्स में खरीदारी देखी गई।


विभिन्न सेक्टर्स का प्रदर्शन (Share Market)

Nifty सेक्टोरल इंडेक्स में Nifty Midsmall IT & Telecom Index सबसे अधिक 1.99% बढ़कर 8,863.40 तक पहुंच गया। इसके बाद Nifty Oil & Gas 1.16% की वृद्धि के साथ 9,687.95 पर और Nifty IT 1.08% की बढ़त के साथ 37,678.85 पर रहा।

इसके विपरीत, Midsmall IT & Telecom Index पिछले सत्र में 2.40% गिरकर 8,561.00 पर और Nifty IT 2.03% गिरकर 36,852.50 पर आ गया।

तेल और गैस सेक्टर में वृद्धि का कारण कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में गिरावट रही। ब्रेंट क्रूड 0.35% या $0.25 की गिरावट के साथ $70.79 प्रति बैरल पर और WTI क्रूड 0.82% या $0.56 गिरकर $67.70 प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।


पिछले सत्र में Share Market का समापन

पिछले कारोबारी सत्र में BSE सेंसेक्स 96.01 अंकों (0.13%) की गिरावट के साथ 72,989.93 पर बंद हुआ, जबकि NSE निफ्टी 36.65 अंकों (0.17%) की गिरावट के साथ 22,082.65 पर बंद हुआ।

Axis Securities के रिसर्च हेड अक्षय चिनचालकर ने कहा, “Nifty लगातार 10वें दिन गिरा, जो पहली बार हुआ है। हालांकि, इंडेक्स रिकवरी के संकेत दे रहा है, लेकिन इसके लिए एक मजबूत ट्रिगर की जरूरत है।”

FII (विदेशी संस्थागत निवेशकों) ने ₹3,405.82 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि DII (घरेलू संस्थागत निवेशकों) ने ₹4,851.43 करोड़ के शेयर खरीदे।


बजट 2025 Share Market पर प्रभाव और मुख्य बातें

बजट 2025-26 पेश होने के बाद शनिवार को बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।

  • सेंसेक्स 5.39 अंक (0.01%) की मामूली बढ़त के साथ 77,505.96 पर बंद हुआ।
  • निफ्टी 50 26.25 अंकों (0.11%) की गिरावट के साथ 23,482.15 पर बंद हुआ।
  • बैंक निफ्टी 80.25 अंकों (0.16%) की गिरावट के साथ 49,506.95 पर बंद हुआ।
  • Nifty Smallcap 100 0.41% बढ़ा, जबकि Nifty Midcap 100 0.42% गिरा।

बजट 2025 के बाद Share Market पर विशेषज्ञों की राय

HDFC AMC के MD & CEO नवनीत मुनोट के अनुसार, “सरकार ने राजकोषीय संतुलन को बनाए रखते हुए टैक्स स्ट्रक्चर को सरल बनाया, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और निवेश में बढ़ोतरी होगी। MSME और स्टार्टअप्स के लिए फंड ऑफ फंड की स्थापना से भारत को जॉब सीकर्स से जॉब क्रिएटर्स की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।”


RBI से आगे क्या उम्मीद की जा सकती है?

Mirae Asset Investment Managers के CIO महेंद्र कुमार जाजू के अनुसार, “बजट में टैक्स राहत के जरिए उपभोक्ता मांग को बढ़ाने पर जोर दिया गया है, जिससे आर्थिक गति को तेजी से पटरी पर लाने में मदद मिलेगी। RBI भी इसे ध्यान में रखते हुए एक अधिक अनुकूल मौद्रिक नीति अपनाने की संभावना है।”


सप्ताहिक बाजार प्रदर्शन: रिकॉर्ड ऊँचाई पर सेंसेक्स और निफ्टी

  • सेंसेक्स 1,619 अंकों की जबरदस्त बढ़त के साथ 76,693 पर पहुंच गया।
  • निफ्टी 469 अंकों की तेजी के साथ 23,290 पर बंद हुआ।
  • मिडकैप इंडेक्स 781 अंकों की बढ़त के साथ 53,195 पर और Nifty बैंक 511 अंकों की बढ़त के साथ 49,803 पर बंद हुआ।
  • IT सेक्टर में जोरदार खरीदारी देखने को मिली, जिसमें शीर्ष 5 निफ्टी गेनर्स में से 3 IT सेक्टर से थे।
Budget 2025 Share Market Impact Highlights

सबसे अधिक गिरावट वाले शेयर

  • DLF ने ₹1,71,590 करोड़ की मार्केट कैप गंवाई, जो Infosys की कुल मार्केट कैप से अधिक है।
  • Reliance Communications के नुकसान ने Bharti Airtel के कुल मार्केट कैप को पार कर लिया।
  • BHEL और Unitech के संयुक्त नुकसान से SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, PNB, केनरा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया जैसे 5 सबसे बड़े PSU बैंकों को खरीदा जा सकता था।

निष्कर्ष

Share Market में पिछले हफ्ते भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद, निवेशकों ने लंबी अवधि में सकारात्मक संकेत देखे हैं। बजट 2025 से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है, जबकि निफ्टी और सेंसेक्स ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। हालांकि, विदेशी निवेशक अभी भी सतर्क बने हुए हैं, लेकिन घरेलू निवेशकों की खरीदारी जारी है। आने वाले हफ्तों में बाजार की दिशा को तय करने में वैश्विक आर्थिक संकेतकों और RBI की मौद्रिक नीति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

Leave a Comment